Friday, November 4, 2011

फिक्सिंग-फिक्सिंग

भारत -पाक  के रहन-सहन ,बोली  में अचानक अफरीदी जी को साम्यता दिखती है और  वो फरमाते है की गोरो को सजा हो तो जाने ...अकेले कालो पर नजर क्यों ???...यानि उन्हें यहाँ भी फिक्सिंग  दिखती  है ...अब भईया ..जिन्होंने खेल शुरू किया वो थोड़ी खेल खत्म करेगें...!!!...गोरे हमेशा कालो के विरोध में फिक्सिंग ही तो करते आये है सुरक्षा परिसद की स्थाई सदस्यता हो ...यूरो का सामंतवाद हो ..देश का बटवारा हो ..हवाईअड्डे पर नंगपने के साथ जाच हो ...मल्टीनेशनल कपनियो का उजाड हो ..गैस कांड के हत्यारों की विदाई हो .....सब जगह फिक्सिंग -ही फिक्सिंग ???
                                                  इन गोरो ने अपने हिन्दुस्थान को इंडिया बनाया ....जानवरों के न खाने लायक मक्के को इंडियन को भेजा ...हाँकी में एस्ट्रो -टर्फ का जाल बिछाया तो कबड्डी को कामनवेल्थ गेम्स  से बाहर करने का दम लगाया ...अपनी नस्ल को हुकूमत चलाने को पठाया ....एटमीटेस्ट  पर वैन किया ...ग्रीनहाउस से तपाया...नाटो से कत्लेआम कराकर हमारे  कश्मीर में मानवाधिकार की रट लगाई....इतनी फिक्सिंग के बाद भी ...आप गोरी नस्ल को सिर पर बिठालेगे ???...क्या गोरी चमड़ी  को सिर पर चढाने लिए ही हमारे लाखों शहीदों ने अपने सिर आजादी के लिए कटाये थे !!!जागो भारत जागो ..गोरो की फिक्सिंग को तोडो ...जागो भारत जागो !!!

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