Saturday, October 1, 2011

वेटिंग महिमा

साथियों,कृपया आप इन्तजार कीजिये आप किऊ में हैं....!!!मायावी -कंपनियों के इंद्रजाल से हम सब को बतियाने के पहले इस नसीहत से दो-चार होना पड़ता है??? ऐसा ही पुण्य काल भारतीय रेल के सफर में हम भोगते है ...!!!मित्रों ..याद करो वो गुजरा जमाना..जब फून के फॉर्म भरने की लाइन से हम विजयी मुद्रा में निकलते थे ..गैस कनेक्शन हमारे  पुरषार्थ का पैमाना होता था ...तब इनकी वेटिंग में नाम आने भर से बन्दों की चाल बदल जाती थी !..जमाना गुजर गया पर वेटिंग महिमा जारी है ..साहिब लोग अपने मातहतो  के सामने तरक्की की वेटिंग में होने का दाव खेलकर झेप मिटाते रहते है,वेलेंटाइन डे पर प्रिये को इन्क्रीमेंट की वेटिंग किलियर  होने पर खूबसूरत तोहफे का सपना दिखाना बड़ा ही रोमांचक रहता है ...|..हमारे स्वम्भूओ चैनलों की टी.आर.पी .तो वेटिंग की दम पर ही फल- फूल रही है ...बने रहिये ..दुनिया नष्ट होने वाली है ..सबसे पहले हमारे चैनल पर ...कार  में रैप कैसे ..वशीकरण कैसे ... माम आज हँसी क्यों ...हीरो-हीरोइन को पसीना क्यों आया ...बस देखिये थोड़ी देर में... कही जाईयेगा मत ...!!!.  लगे रहो मुन्ना भाई ..      .वेटिंग महात्म.. के चलते तुम्हे जल्द ही लाल- पीली  बत्ती मिलेगी ...सो मुन्ना लोग रेलियो-सभाओ में भीड़ - भाड़ की तल्लीनता में मग्न  रहते है ... इनकी दुकानों का .क्या होता अगर वेटिंग महिमा न होती ????अब यह दीगर बात है की वेटिंग के चक्कर में गुरु-चेला एक -दूजे को निपटाने में लगे है .....!!!!   कौन निपटता है ...देखते रहिये ...बने रहिये ...वेटिंग महिमा चैनल ..सबसे अलग ..विल्कुल निष्कपट ...!!!

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