Sunday, September 11, 2011

गणेश चतुर्दशी और अनंत चतुर्दशी

गणेश चतुर्दशी और अनंत चतुर्दशी का ये मिलन हम मृतूलोकवाशियों के लिए जीने का  सन्देश दे रहा है ....!! गणपति जी कही नहीं गयेवो हम लोगो के ही बीच में है और सदा रहेगे  !!!वो तो हम लोगो की अपने पूज्यनीय से उकताने की आदत है  सो हम लोग उन्हें आपने रूटीन केधंधोको चलनेके लिएउन्हे  सादर  विदा करने की जल्दी करते है वर्ना  बाप्पा तो  हमारेजीवनरक्षक है वो भला कैसे हम से दूर होंगे ... जीवन रक्षक ........सदा रक्षक  ही रहतेहै  चाहे आप विशार्जन करे या घर में पूजने की पूजा करे ..!!!ऐसे हीआयेअनंता लेगए वृता ....में भी भगवन की क्षमावादी कृपा  निहित है!!!पुरे संसार में क्षमापर्व   सिर्फ हम हिनुश्तानी ही मानते है ....!!!!!! अब ये दीगर बात है की विदेशी ,आतंकवादी देशी विदेशी ठग चिरकुट इसे कमजोरी मानकर अपनी दुकान चला रहे हो ...पर उन्हे ये समझ लेना चाहिए कीक्षमा वीरस्य भूषणं ...आज नहीं तो कल ये सारे ..देशी -.. विदेशी मुष्टंडे ...त्राहीमाम करेंगे !!!यही हमारी सनातन संश्कृति की जीत होगी !!जय गणेश -जय जीनेंद्र -जय भारत !!!जय हिंद !!!

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