आज हम बेदम है ...पर इसमें भी दमहै
सदमे में कदम है-पर सांसो में दम है |
किस -किस को दे हम दोष -कौन है निर्दोष
आज फिर आई प्रदोष -पर हम है फिर खामोश |
तिथियो का चक्र न रुका है न रुकेगा -पर खामोश न बड़ा है न बढ़ेगा
इस खामोशी में मौत का आगोश-प्रदोषपर हम कितने निर्दोष !!!!
सदमे में कदम है-पर सांसो में दम है |
किस -किस को दे हम दोष -कौन है निर्दोष
आज फिर आई प्रदोष -पर हम है फिर खामोश |
तिथियो का चक्र न रुका है न रुकेगा -पर खामोश न बड़ा है न बढ़ेगा
इस खामोशी में मौत का आगोश-प्रदोषपर हम कितने निर्दोष !!!!
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