Saturday, September 17, 2011

शुभ प्रभात -षष्ठी तिथि

मित्रो  शुभ प्रभात    हमारी आत्मा है !!!मुर्गे की बाग़ , प्रभात फेरी की राम धुन , अजान की पुकार , रेडिओ  की मंगल   ध्वनी ,वन्देमातरमगान से लेकर गो धूलि की उड़ान में ही तो भारतीयता के प्राण है ....!!!आज प्रश्न यह है -सुबह - सबेरे हमारे बच्चो को ये सब क्यों नसीब नहीं होता ...???बच्चो का रोबट की माफिक झट-पट   भन्नाते हुए  उठना ....रोते हुए  तैयार  होना ...    चटपटे गरिस्थ टिफिन ठूस कर बस्ता   लारी में पटक कर माफिया स्टायल में भागना   ...भरी दोपहरी में हाफ्ते -हाफ्ते घर में घुस कर कटे पेड़ की भांति गिर जाना और खाने की प्लेट की जगह टीवी रिमोट पकड़ कर निठल्ला हो जाना ....इस मारा -मारी  में शुभ  प्रभात बचता  ही कहा है ....!!!  दोस्तों ..शुभ प्रभात न  रहे यही तो देशद्रोही चाहते  है ....पर हम क्या चाहते है ...सोचो -जागो  -उठो  और प्रभात फेरी का झंडा  उठाओ .......       षष्ठी तिथि  पर यही सच्चा तर्पण होगा ...!!!

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